High Blood Pressure Symptoms, Precautions & Treatment | हाईब्लड प्रेशर के लक्षण :

High Blood Pressure Symptoms, Precautions & Treatment | हाईब्लड प्रेशर के लक्षण

High Blood Pressure Symptoms, Precautions & Treatment | हाईब्लड प्रेशर के लक्षण :

दोस्तों, High Blood Pressure की वजह से India में हर साल लगभग 2.5 लाख लोग कि death होती हैं जबकि विश्वभर में ये figures करोड़ों लोगों का है। India में 33% urban और 25% Rural लोगों को High blood pressure की शिकायत  हैI  उनमें से केवल 42% Urban और 25% Rural लोग ही अपने Treatment करा पाते हैंI  हाई Blood Pressure एशिया की तीसरी Rank की सबसे घातक बीमारी है I यह Directly Responsible है 57% of all heart stroke deaths और 24% of all coronary Heart Diseases जो भारत होते हैं I

तो दोस्तों इसी Topic पर Discussion करेंगे आज इस वीडियो के अंदर

आपको पता होगा कि हमारे शरीर में मौजूद Blood,  Veins में लगातार दौड़ता रहता है और इसी Blood के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक Energy और Nutrition के लिए जरूरी ऑक्सीजन, ग्लूकोज, विटामिन्स, मिनरल्स आदि पहुंचते हैं।  Blood Pressure उस दबाव को कहते हैं, जो Blood Flow की वजह से Veins की दीवारों पर पड़ता है। आमतौर पर ये Blood Pressure इस बात पर निर्भर करता है कि heart कितनी Speed से Blood को पंप कर रहा है और Blood को Veins में Flow होने में कितने Obstructions का सामना करना पड़ रहा है। वैसे तो हाई Blood Pressure शरीर का कोई भी अंग को प्रभावित हो सकता है मगर इसका सबसे ज्यादा खतरा heart यानि दिल को होता है। ऐसे में अगर खून का बहाव रुक जाए तो हार्ट-अटैक या कार्डियक अटैक भी हो सकता है।

High Blood Pressure Symptoms, Precautions & Treatment | हाईब्लड प्रेशर के लक्षण :

Blood Pressure Causes

देखा जाए तो High Blood Pressure दो तरह का होता है।:

प्राइमरी High Blood Pressure :

– प्राइमरी High Blood Pressure ज्यादातर युवाओं को होता है और इसका कोई खास कारण नहीं होता है बल्कि लगातार irregular lifestyle की वजह से ये धीरे-धीरे समय के साथ होता है। इन तरह के Blood Pressure के reasons होते हैं जैसै:

मोटापा
नींद की कमी
ज्यादा गुस्सा करना
मांसाहारी भोजन का अधिक सेवन
Tension
Oily Foods

Secondary High Blood Pressure :

हमारी Body में आमतौर पर किसी रोग की वजह से होता है । जैसे|

किडनी की बीमारी
adrenal gland tumor
थायरॉइड की बीमारी
Hereditary कारणों से Veins में कोई खराबी
गर्भनिरोधक दवाओं का अधिक सेवन,
सर्दी-जुकाम और दर्द की दवाओं का अधिक सेवन
शराब, सिगरेट, ड्रग्स आदि का नशा करने से

https://www.youtube.com/watch?v=1Fc7EuR4iRU&t=352s

High Blood Pressure के लक्षण :

आमतौर पर हाई Blood Pressure के लक्षण होते हैं।:
रोगी के सिर के पीछे और गर्दन में दर्द
Tension hona
सिर में दर्द होना या सिर चकराना
सांसों का तेज चलना और कई बार सांस लेने में तकलीफ होना
धुंधला दिखना
पेशाब के साथ खून आना
थकान और सुस्ती आना
नाक से खून निकलना
नींद न आना

दिल की धड़कन बढ़ जाना

कई बार कुछ लोगों को High blood pressure की जानकारी नहीं होती, उनको यह तभी पता चलता है जो इसका test कराते हैं, तो अगर आपको लगातार थकान, आलस जैसी समस्याएं हो रही है तो regular अपना blood pressure जरूर चेक करवाएं।

High Blood Pressure Complications :

High Blood Pressure की वजह से दिल के दौरे और दिल संबंधित बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा होता है | इसके अलावा इस समस्‍या से ग्रस्‍त लोगों को कोलेस्‍ट्रॉल और डायबिटीज की भी जांच करानी चाहिए। High Blood Pressure के कारण कई अन्‍य बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है। हाई ब्लड-प्रेशर में रोगी की याद्दाश्‍त पर असर हो सकता है, जिसे डिमेंशिया कहा जाता है। इसमें रोगी के मस्तिष्क में खून की आपूर्ति कम हो जाती है, और सोचने-समझने की शक्ति भी घट जाती है। इस की वजह से किडनी की Blood vessels संकरी या मोटी हो सकती हैं। इसके कारण आंखों की रोशनी कम होने लग जाती है, धुंधला भी दिखाई देने लग जाता है।

-यह heart को रक्‍त पहुंचाने वाली Blood Vessels को मोटा bana सकता है। जिससे उनकी चौड़ाई कम हो जाती है और जब heart को पर्याप्‍त मात्रा में blood नहीं मिल पाता और enzinia , हार्ट डिजीज और कोरोनेरी हार्ट डिजीज होने का अंदेशा काफी बढ़ जाता है।

-High Blood Pressure heart पर काफी दबाव डालता है। इससे heart को सामान्‍य से अधिक काम करना पड़ता है। जिससे दिल का आकार लगातार बढ़ता रहता है और बाद में यह कमजोर होने लगता है। यही समस्‍या से आगे चलकर heart failure खतरा भी बढ़ जाता है |

Hypertension Tests :

सबसे पहले तो हमें यह पता होनी चाहिए कि Blood Pressure कितने से कितने pressure के बीच में नार्मल होता है

Ideal blood pressure consider किया जाता है 90/60mmHg से 120/80mmHg के बीच में जिसको हम Normal बोल सकते हैं | इससे ज्यादा या कम होने पर उसे Low BP बीपी और High BP कहा जाता है |

MMHG  यूनिट होती है – Millimetres of Mercury में

आजकल बाजार में कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटर मिलते हैं, जिनकी मदद से आप घर में ही आसानी से अपना Blood Pressure चेक कर सकते हैं और इस पर नजर रख सकते हैं। अगर आपका Blood Pressure लागातार high हो रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपको Blood Pressure के अलावा इन teston के लिए कह सकता है।

यूरिन टेस्ट
ब्लड टेस्ट
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट
हार्ट की ईसीजी
हार्ट या किडनी का अल्ट्रासाउंड

High Blood Pressure Treatment :

High Blood Pressure को control करने के लिए आपको कुछ दवाएं दी जाती है जिनसे आपका Blood Pressure सामान्य रहता है मगर इसके साथ ही जीवनशैली में जरूरी बदलाव की सलाह भी दी जाती है क्योंकि प्राइमरी High Blood Pressureका मुख्य कारण ही जीवनशैली की irregularity है। ऐसे मामलों में डॉक्टर आपको advice दे सकते हैं।

-Routine Blood pressure checkup

-नमक का सेवन कम करें – आपको अपने आहार में नमक का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

-कोलेस्‍ट्रॉल control रखें – आपको ऐसे आहार का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे कोलेस्‍ट्रॉल का स्‍तर बढ़ सकता है।

-गुस्सा कम करें – अक्‍सर देखा जाता है कि जो लोग ज्‍यादा गुस्‍सा करते हैं, उनका blood pressure भी अधिक होता है।

-एल्‍कोहल से रहें दूर – विशेषज्ञों के मुताबिक ज्‍यादा मात्रा में एल्‍कोहल का सेवन भी आपके ब्‍लड प्रेशर को बढ़ाता है।

Regular exercise करना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही exercise आपको High Blood Pressure और heart रोग से भी बचाती है। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की exercise जरूर करना चाहिए। यदि आप किसी रोग या समस्या से ग्रस्त हैं तो डॉक्टर से सलाह लें कि किस तरह का Exercise आपके लिए सही रहेगी

Weight control करें – सामान्‍य से ज्‍यादा weight, High Blood Pressure का कारण होता है।

कई बार Blood Pressure के इलाज के लिए दोनों तरह के ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है यानि – रोग के इलाज की भी और – Lifestyle में change की भी, ऐसी स्थिति में डॉक्टर से consult जरूर करें

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